व्यान वायु का अर्थ
[ veyaan vaayu ]
व्यान वायु उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- व्यान वायु हमारे शरीर का संयोजक है।
- ज्ञानेन्द्रियों की ग्राहक क्षमता का नियामक व्यान वायु ही है।
- व्यान वायु चरबी तथा मांस का कार्य भी करती है।
- यह आहुति आदित्य और व्यान वायु के लिए है , यह मेरी नही है।।
- सभी ऐच्छिक एवं अनैच्छिक शारीरिक कार्यों का संचालन व्यान वायु ही करती हैं।
- यह आहुति आदित्य और व्यान वायु के लिए है , यह मेरी नही है।।
- व्यान वायु का जन्म प्राण , अपान, समान और उदान के संयोग से होता है।
- - इसी प्रकार व्यान वायु बिगडने पर भोजन के बाद दवा का सेवन करना चाहिए . ..
- चाहे वह क्रिया ऐच्छिक हो या अनैच्छिक व्यान वायु के द्वारा उसे गति प्राप्त होती है ।।
- शरीर के समस्त कार्यकलाप और कार्य करनें की चेष्टायें बिना व्यान वायु के सम्पन्न नहीं हो सकती हैं।